कौशाम्बी। बाल दिवस के महत्वपूर्ण अवसर पर जनपद में बाल अधिकारों बच्चों की शिक्षा सुरक्षा विषेशकर स्वास्थ्य और पोशण के मुद्दे पर क्राई (चाइल्ड राइट्स एण्ड यू) नई दिल्ली के सहयोग से काम करने वाली सामाजिक संस्था द्वाबा विकास एवं उत्थान समिति के द्वारा अपने कार्यक्षेत्र के 4 गाॅंवों में बाल दिवस कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को किया गया।
ज्ञात हो कि संस्था कार्यक्षेत्र के गाॅंवों में गठित बाल समूहों व किषोरी समूहों के सदस्य बच्चों के नेतृत्व में संस्था कार्यकर्ताओं के द्वारा बाल दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में बाल दिवस के इतिहास बाल दिवस के महत्व पर बच्चों के द्वारा भाशण दिया गया और खेल कूद का आयोजन भी किया गया । कार्यक्षेत्र के रसूलपुर सोनी गाॅंव में आयोजित कार्यक्रम में गाॅंव के बाल समूह सदस्य रोहित ने अपने भाषण के दौरान बाल दिवस के इतिहास पर विस्तार से जानकारी दी उसने बताया कि दुनिया में बाल दिवस के शुरूआत सन् 1954 से हुयी है। विश्व के स्तर पर अधिकांश देशो में बाल दिवस का अयोजन 20 नवम्बर को होता है। हमारे देश में बाल दिवस वर्ष 1964 में देश के स्वतन्त्रता सेनानी व प्रथम प्रधानमन्त्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की मृत्यु के बाद से उनके जन्म दिवस के दिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
बाल दिवस का महत्व इस लिए भी बहुत है कि बच्चे प्रत्येक राष्ट्र की नींव हैं वही देश को सकारात्मक दिश में ले जाने के वाहक होंगे और भविश्य में देश को ऊॅंचाई पर ले जाने वाले बेहतर नागरिक बनेंगे। बच्चों के जीवन जीने सुरक्षित रहने विकास करने और भागीदारी के अधिकार को सुनिष्चित कराना प्रत्येक नागरिक का कर्तब्य है। संस्था के द्वारा बाल समूह के बच्चों को पेन वितरित किया गया।
कार्यक्रम के आयोजन और संचालन की प्रक्रिया में संस्था द्वारा गठित बाल समूह व किशोरी समूह के सदस्यों में विशेष रूप से रोहित , रूचि, रोशन, सैबसा से निशा, काजल, सुषमा, चक गुरैनी गायत्री, मंजू, इचौली गांव से करिश्मा, मंजू आदि के साथ साथ संस्था के से मुकेश राव, हीरा लाल, राजेश, वसी, बनवारी, शंकर, नीलम, खुशबु। राम बालक आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट : शिवम चौरसिया, कामता प्रसाद चौरसिया कौशाम्बी टुडे न्यूज़


