कौशाम्बी।
मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत द्वारा उदयन सभागार में सीएम डैशबोर्ड के सम्बन्ध में जनपदीय अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के साथ समीक्षा बैठक की गई।
समीक्षा बैठक में मण्डलायुक्त ने जनपद की खतौनियों का शत-प्रतिशत डिजीटाइजेशन कराये जाने एवं निर्विवाद वरासत के लम्बित प्रकरणों का तत्काल निस्तारण करायें जाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दियें उन्हांने कहा कि वरासत सम्बन्धी कोई भी प्रकरण लम्बित न रहने पाये। उन्होंने कहा कि मंझनपुर तहसील के कई प्रकरणों को निरस्त किया गया है, प्रकरण क्यों निरस्त किये गये हैं, इसकी पूरी जानकारी उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने खतौनी पुनरीक्षण एवं अंश निर्धारण कार्यक्रम के तहत अवशेष खतौनी रह गई खतौनियां को जल्द से जल्द पूर्ण करायें जाने के निर्देश दियें। उन्होंने उ0प्र0 राजस्व संहिता की धारा-34 व 24 के वादों का निस्तारण ससमय कराये जाने के निर्देश दिये, कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
मण्डलायुक्त ने समीक्षा के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज में सम्बद्ध हास्पिटल के निर्माण कार्य के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए निर्माण कार्य को माह-जून तक पूर्ण कराये जाने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि मा0 प्रभारी मंत्री जी के निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज में सम्बद्ध हास्पिटल में राष्ट्रीय ध्वज लगाये जाने के निर्देश दियें गये थे, जिस पर मण्डलायुक्त ने राष्ट्रीय ध्वज को जल्द से जल्द लगाये जाने के निर्देश दियें। उन्होंने जिला पंचायतराज अधिकारी से कहा कि ऐसे गॉवों को चिन्हित करें, जिनकी वर्मी कम्पोस्ट से प्रतिमाह की आय 10 हजार के ऊपर हो, उन गॉवों की संख्या प्राप्त की जाय, जिस पर जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में कुल ऐसे ग्रामों की संख्या-32 है, जिस पर मण्डलायुक्त ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा ग्रामों को प्रतिमाह 10 हजार से ऊपर आय प्राप्त करने वाला बनाया जाय। उन्होंने एयरपोर्ट से कौशाम्बी को जोड़ने वाली फोरलैन सड़क के निर्माण कार्य के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की, कार्य की प्रगति धीमी पाये जाने पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्य को गुणवत्तापूर्ण एवं समयान्तर्गत पूर्ण कराये जाने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दियें। इसके साथ ही उन्हांने जिलाधिकारी को इस कार्य की लगातार मॉनीटरिंग करने एवं उसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश दियें।
मण्डलायुक्त ने देवीगंज बाइपास पर हो रहें रोड के निर्माण कार्य की प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की, रोड के निर्माण कार्य की प्रगति धीमी पाये जाने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्य को बरसात से पहले पूर्ण कराये जाने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिये, निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण न होने की स्थिति में कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दियें। साथ ही उन्होंने जिलाधिकारी को इस सड़क के निर्माण कार्य की लगातार मॉनीटरिंग करने के भी निर्देश दियें। उन्होंने सेतु निगम द्वारा यमुना ब्रिज के निर्माण कार्य को माह सितम्बर तक पूर्ण कराये जाने के निर्देश दियें। उन्होंने जल जीवन मिशन योजना के तहत हर-घर नल से जल की समीक्षा के दौरान जल निगम के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कतरे हुए कहा कि जहॉ कहीं पर भी पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़कें तोड़ी गई हैं, वे जिस हालत में थी उसी हाल में उसे बनवाकर पूर्ण करायें। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन बिछाने के दौरान तोड़ी गई सड़कों की मरम्मत सही ढंग से करायी जाय, कही से भी किसी प्रकार की शिकायतें प्राप्त न होने पायें, शिकायतें प्राप्त होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायेंगी। उन्हांने यह भी जानकारी प्राप्त की कि पाइप लाइन बिछानें के दौरान कितनी सड़कें तोड़ी गई हैं एवं कितनी सड़कें बनवा दी गई है, जिस पर मण्डलायुक्त को बताया गया कि 73 प्रतिशत सड़कें बनवा दी गई हैं। उन्हांने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि रोड जिस प्रकार थी उसी प्रकार बनायी गई हैं या नहीं इसकी जॉच करायें। उन्होंने कहा कि जिन गॉवां में आबादी ज्यादा हों उन गॉवों में सबसे पहले पानी की सप्लाई पहुॅचायी जाय।
मण्डलायुक्त ने मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना की समीक्षा के दौरान कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोंगो को रोजगार प्राप्त हो, इसके लिए बैंको से ऋण दिलाने में अधिकारी ज्यादा से ज्यादा सहयोग करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी आवेदन निरस्त किये जायें, उनमें स्पष्ट कारण दर्शाया जाय, जिससे उन कमियों को दूर कराते हुए पुनः आवेदन कराया जा सकें। उन्होंने वृक्षारोपण की समीक्षा के दौरान वनाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि पिछले 03 वर्षों में लगाये गये पौधों का ऑडिट कराते हुए जानकारी दें, कि कितने पौधें तैयार हो चुकें हैं। उन्हांने मुख्य विकास अधिकारी को भी पिछले 02 वर्षों के वृक्षारोपण की ऑडिट कराये जाने के निर्देश दियें। उन्हांने विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान जानकारी प्राप्त की कि 25 के0बी0, 100 के0बी0, 250 एवं 400 के0बी0 के कितने ट्रासफार्मर स्टॉक में हैं, जिस पर मण्डलायुक्त को बताया गया कि 25 के0बी0 के 25 ट्रान्सफार्मर, 100 के0बी0 के 03 ट्रान्सफार्मर स्टॉक में हैं तथा 250 एवं 400 के0बी0 के ट्रान्सफार्मर प्रयागराज से आते हैं। जिस पर उन्हांने प्रयागराज में बात कर के 250 के0बी0 के 10 ट्रान्सफार्मर एवं 400 के0बी0 के 05 ट्रान्सफार्मरां को जनपद कौशाम्बी के विद्युत विभाग के स्टॉक में रखवाये जाने के निर्देश दियें।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी, मुख्य विकास अधिकारी विनोद राम त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संजय कुमार, अपर जिलाधिकारी श्रीमती शालिनी प्रभाकर एवं प्रबुद्ध सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
रिपोर्ट :कामता प्रसाद चौरसिया, शिवम चौरसिया