कौशाम्बी समाचार-
सोशल मीडिया पर बनी एक मासूम दोस्ती कब जानलेवा जाल में बदल गई, इसका सनसनीखेज मामला कौशांबी के मंझनपुर थाना क्षेत्र में सामने आया है। एक युवक को उसके सोशल मीडिया मित्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर अगवा कर लिया, और बंधक बनाकर उससे फिरौती मांगी गई।और पिस्टल के बल पर जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस की तत्परता से चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है और पीड़ित को सुरक्षित बचा लिया गया।
हरियाणा से लौटे युवक को जाल में फंसाया
पीड़ित आदर्श त्रिपाठी, निवासी आनापुर मंसूराबाद, थाना नवाबगंज, प्रयागराज, वर्तमान में हरियाणा में डिलीवरी ब्वॉय के रूप में कार्यरत है। वह 30 मई की रात प्रयागराज पहुंचा था। रात अधिक होने के कारण वह घर नहीं जा सका और उसने सोशल मीडिया पर बने मित्र आयुष शुक्ला से संपर्क किया। आयुष ने आदर्श को मुण्डेरा मंडी गेट नंबर 01 पर बुलाया।
जैसे ही आदर्श वहां पहुंचा, आयुष अपने तीन साथियों के साथ कार में आया और उसे अंदर बैठा लिया। आदर्श को लगा कि वह मदद कर रहा है, लेकिन यह दोस्ती जल्द ही एक भयावह षड्यंत्र में बदल गई।
तीन दिन तक बंधक बनाकर किया उत्पीड़न
आरोपियों ने पहले आदर्श से गाड़ी में पेट्रोल भरवाया, फिर संगम ले जाकर नहलाया और पूरी रात उसे इधर-उधर घुमाते रहे। अगले दिन सुबह एक अज्ञात घर में उसे सुला दिया गया, जहां दो युवक उसकी निगरानी में रहे। इसके बाद उसे कार में बैठाकर कौशांबी लाया गया, जहां उसका मोबाइल बंद करवा दिया गया और जेब में मौजूद पैसे जबरन खर्च करवा दिए।
बाद में आदर्श से 20 हजार रुपये और मंगवाने का दबाव बनाया गया। विरोध करने पर उसे पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी गई। इतना ही नहीं, उसे सिगरेट में नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया गया।
जब आदर्श को होश आया, तो वह मंझनपुर के महाराजा होटल में था। सुबह 6 बजे जब सभी आरोपी सो रहे थे, तभी जान बचाने के लिए होटल की खिड़की से कूदकर भागता हुआ पुलिस तक पहुंचा और आपबीती पुलिस क़ो बताई पुलिस ने मामला दर्ज कर तत्काल करवाई शुरू की और चार आरोपियों क़ो गिरफ्तार कर लिया l
आदर्श की तहरीर पर थाना मंझनपुर में मु.अ.सं. 135/2025 धारा 308(5)/127(3)/351(3) बीएनएस व 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया।
मंझनपुर पुलिस ने 1 जून 2025 को महाराजा होटल, सिराथू रोड से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
मुख्य आरोपी आयुष शुक्ला ने पूछताछ में बताया कि उसने आदर्श त्रिपाठी को पैसे के लालच में फंसाया। उन्होंने पहले से तय योजना के तहत उसे बंधक बनाया और अपने जानने वालों से पैसे मंगवाने को मजबूर किया। अगर पैसा मिल जाता, तो छोड़ देते—यह बात उसने कबूल की है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक बिना नंबर की TATA Nexon कार, .32 बोर पिस्टल, 3 जिंदा कारतूस, और 2 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए युवकों को विधिक कार्यवाही के पश्चात मा. न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
रिपोर्ट: कामता प्रसाद चौरसिया