कौशाम्बी समाचार -
आज नगर पंचायत सराय अंकिल कार्यालय परिसर में पुण्य श्लोका मातोश्री रानी अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी स्मृति के अवसर पर आयोजित महिला ससस्तीकरण कार्यक्रम मण्डल सराय अंकिल भाजपा द्वारा आयोजित किया गया l जिसके मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष धर्म राज मौर्य एवं मुख्य वक्ता भाजपा काशी छेत्र सदस्य ज्योति केशरवानी रही l कार्यक्रम की अध्यक्षता मण्डल अध्यक्ष दुर्गेश मिश्रा ने किया l
सर्वप्रथम भाजपा के पुरोधा पंडित श्यामा प्रसाद मुख़र्जी एवं राज माता अहिल्याबाई होल्करकी फोटो पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गयी। इस अवसर पर काफ़ी तादात मे मातृ शक्तियों का समूह उपस्थित रहा l
ज्ञात हो कि कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता ज्योति केशरवानी ने कहा कि प्राचीनकाल में हमारा देश सांस्कृतिक रूप से तथा ज्ञान-विज्ञान में बहुत ही समृद्ध था। नारी शक्ति को भारत मे उच्च स्थान हासिल था। लेकिन मुगलकाल में हमारे समाज में सती प्रथा, पर्दा प्रथा, बाल विवाह, जौहर प्रथा, विधवा विवाह न होना, विधवा को सम्पत्ति से बेदखल करना, निसंतान स्त्री को दत्तक पुत्र लेने का अधिकार न देना जैसी अनेकों बुराइयां और कुरीतियां आ गईं। अहिल्याबाई होल्कर इन बुराईयों को दूर करने के लिए अथक प्रयास किया। उनका जन्म 31 मई, 1725 को महाराष्ट्र में हुआ था। उन्होंने पति की मृत्यु के बाद विधवाओं को सम्पत्ति में अधिकार दिलाया। दुनिया में जब कहीं पर भी महिलाओं को अधिकार नहीं थ, उस समय अहिल्याबाई होल्कर हमारे देश में शासक बनी। उनका शासन व्यवस्था लोक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को स्थापित करता है। उन्होंने जलाशय, बांध बनवाये, इंदौर जैसे नगर की स्थापना की। शिक्षा में भी उनका बहुत ही योगदान रहा। पहली बार अहिल्याबाई होल्कर ने युद्ध के दौरान नष्ट हुई किसानों की फसल का मुआवजा दिलाने, सैनिकों की विधवाओं को आर्थिक मदद देने, आदिवासी क्षेत्रों व सुदूर ग्रामीण इलाकों में कुटीर उद्योग लगाने, मार्केटिंग की व्यवस्था करना, महिलाओं की सुरक्षा, लड़कियों का विवाह कराना आदि व्यवस्थाएं 800 वर्ष पहले अपने शासनकाल में करायी थीं। सुशासन की प्रणेता और जनहित के कार्यों के कारण उन्हें लोकमाता की उपाधि मिली। उनके जीवन और कर्तव्य पथ से आज भी प्रेरणा मिलती है। उनका देश की सांस्कृतिक विरासत के साथ विकास में बहुत बड़ा योगदान था। उन्होंने कहा कि मुगलकाल के दौरान सोमनाथ, काशीविश्वनाथ, द्वारिकाधीश आदि मंदिरों को नष्ट किया गया था, जिसका जीर्णोद्धार अहिल्याबाई होल्कर द्वारा कराया गया। उन्होंने सनातन संस्कृति को समृद्ध किया, उनका जीवन नारी शक्ति का प्रतीक है। उनके द्वारा प्रशासनिक कार्य, समाज सुधार, भारतीय संस्कृतिक एवं विरासत के लिए किया गया योगदान अविस्मरणीय है। अहिल्याबाई होल्करसमाज, शासन एवं सुशासन के लिए आदर्श स्वरूप हैं तथा त्याग, धर्म एवं सुशासन की प्रतिमूर्ति भी हैं। वह बहुत बड़ी शिवभक्त थी। मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध महेश्वर की साड़ी और महेश्वर बांध के निर्माण में उनका योगदान था।
अपने सम्बोधन मे मुख्य अतिथि धर्म राज मौर्य ने कहा कि 800 वर्षों के बाद आज देश में अगर कोई अहिल्याबाई होल्कर के सपनों को साकार कर रहा है तो वह माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं योगी जी है जिन्होंने भारतीय सांस्कृतिक विरासत के साथ विकास को महत्व दिया और मंदिरों का जीर्णोद्धार करा रहें है। देश के 80 करोड लोगों को मुफ्त राशन, महिलाओं को मुक्त रसोई गैस, गरीबों का मुक्त इलाज आदि की व्यवस्था उन्होंने की है। अहिल्याबाई होल्कर और नरेंद्र मोदीके शासन को और उनके लोकहितकारी कार्यों को इतिहास हमेशा याद रखेगा। माननीय मोदीऔर योगीकी शासन व्यवस्था पूरी तरह से लोक कल्याण को समर्पित है। गरीबों के कल्याण के लिए कार्य किया जा रहा। देश की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध किया जा रहा है। वर्ष 2014 के पहले जो देश विश्व में 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था थी, आज मोदीके नेतृत्व में वह चौथे नंबर की अर्थव्यवस्था वाला देश बन चुका है। उन्होंने कहा कि मोदीके नेतृत्व में आज देश बहुत मजबूत हुआ है, कोई भी देश हमारी तरफ ऑख उठाने की हिम्मत नहीं कर सकता।
कार्यक्रम के समापन के अवसर पर अपने सम्बोधन मे मण्डल अध्यक्ष सराय अंकिल दुर्गेश मिश्रा ने आये हुये सभी मातृ शक्तियों एवं लोगो का आभार जताया और कहा की अहिल्याबाई होलकर के जीवन एवं संघर्ष से महिलाओ क़ो प्रेणना लेकर देश एवं समाज के उत्थान मे योगदान निभाना चाहिए l
इस अवसर पर डॉ नीतू कनौजिया, अजय पाण्डेय,नितिन पासी,पूर्व विधायक शिवदानी , उमेश केशरवानी, विकाश गुप्ता, कामता प्रसाद चौरसिया, सुनील सोनी, संजीव चौरसिया नरेश दिवाकर, अशोक पासी, सतीश जयसवाल, नत्थू दिवाकर, कल्लू अग्रहरी उमाकांत पाण्डेय, बबलू गौतम, कल्लू अग्रहरी, रोविन अग्रहरि, पीयूष रस्तोगी दिलीप जयसवाल नरेश अग्रहरि सहित काफ़ी तादात मे लोग उपस्थित रहें।
रिपोर्ट : कामता प्रसाद चौरसिया