कौशाम्बी।
लाभांश नहीं मिलने के कारण आर्थिक तंगी की मार झेल रहे दोआबा के कोटेदार रविवार से हड़ताल पर चले गए। उनकी तीन दिवसीय हड़ताल की वजह से जरूरतमंद कार्डधारकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अधिकारियों ने जल्द ही कमीशन का भुगतान कराने की बात कही है। कौशाम्बी जिले में शहरी और ग्रामीण मिलाकर कुल 554 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानें हैं। ऑल इंडिया फेयर प्राइज शॉप डीलर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने बताया कि इन दुकानों के संचालकों को पिछले पांच महीने से लाभांश (कमीशन) नहीं दिया गया है। इसकी वजह से कोटेदारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
ज्ञात हो कि कोई बच्चों को किसी तरह एडमिशन कराने के बाद कॉपी-किताब नहीं दिला पा रहा है तो कोई अन्य जरुरतें नहीं पूरी कर पा रहा है। बताया कि कोटेदारों ने कई बार शासन-प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया, लेकिन समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया गया। इसी से परेशान कोटेदार रविवार से तीन दिवसीय हड़ताल पर चले गए। रविवार को पहले दिन ही उन्होंने अपनी दुकानें बंद रखीं। राखन लेने दुकानों पर पहुंचे कार्ड धारकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यह परेशानी अभी 22 जुलाई तक झेलनी पड़ेगी। इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी मंगेश कुमार मौर्य का कहना है कि कोटेदार राशन केंद्र का बांटते थे। इसलिए, प्रदेश सरकार ने लाभांश बंद कर दिया था। कागजी कार्रवाई लगभग पूरी हो गई है। जल्द ही कमीशन का भुगतान करा दिया जाएगा।
रिपोर्ट -कामता प्रसाद चौरसिया