कौशांबी l कौशाम्बी जनपद के नेवादा विकास खण्ड के बसुहार चौराहा पर उत्तर प्रदेश पूर्व सैनिक संयुक्त संस्था के तत्वधान में विजय दिवस मनाया गया l जिसकी अध्यता जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह ने किया कार्यक्रम की शुरुआत आजाद हिन्द फौज के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस के मान चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके किया गया तत्पश्चात जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी संजीव कुमार चौरसिया के द्वारा 1965 व 1971 एवं कारगिल युद्ध विजेताओं को माल्यार्पण कर अंग वस्त्र एवं संस्था की तिरंगा पट्टी एवं संस्था के द्वारा बनाए गए 2025 का कलैंडर भेट कर पूर्व सैनिक टी आर मिश्रा 1965 युद्ध विजेता सिपाही लल्लन सिंह यादव 1965 युद्ध विजेता सिपाही राम लखन 1965 युद्ध विजेता सिपाही मोती लाल यादव 1971 युद्ध विजेता एवं पूर्व सूबेदार मदन सिंह कारगिल युद्ध विजेता को सम्मानित करते हुए सभी का स्वागत किया गया l तत्पश्चात उपस्थित सभी पूर्व सैनिकों को तिरंगा पट्टी पहना कर कलैंडर भेट कर स्वागत किया गया l
इस अवसर पर समाज को अपने लेखनी से जागरूक करने वाले वाइस ऑफ हिंदुस्तान के पत्रकार उमाकांत पाण्डेय एवं दैनिक भास्कर के पत्रकार कामता प्रसाद चौरसिया को विजय दिवस के अवसर पर माल्यार्पण एवं अंग वस्त्र भेट कर सम्मानित किया उसके बाद जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह एवं कारगिल युद्ध विजेता पूर्व सूबेदार मदन सिंह ने अपने उद्बोधन में विजय दिवस पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत 16 दिसम्बर को विजय हासिल किया था तभी से विजय दिवस मनाया जाता है इस युद्ध के अंत के बाद 93000 पाकिस्तानी सेना ने भारत को आत्मसमर्पण किया था सन 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को हराया था जिसके बाद पूर्वी पाकिस्तान स्वतंत्र हो गया जो आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है यह युद्ध भारत के लिए ऐतिहासिक और हर देशवासी के हृदय में उमंग पैदा करने वाला साबित हुआ था जिसके कारण 16 दिसम्बर को हर वर्ष विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है सन 1971 के युद्ध में करीब 3900 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए थे जबकि 9 851सैनिक घायल हो गए थे पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तानी बलों के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी ने भारत के पूर्वी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष आत्मसमर्पण किया था जिसके बाद 17 दिसंबर को 93 000 पाकिस्तानी सैनिकों को भारत की सेना ने युद्धबंदी बनाया था तभी से हमारे देश में विजय दिवस मनाने की प्रथा शुरू हुई थी l
इस दौरान प्रदेश मीडिया प्रभारी संजीव कुमार चौरसिया जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह कारगिल युद्ध विजेता सूबेदार मदन सिंह पूर्व सैनिक मनोज कुमार चौरसिया अजय कुमार त्रिपाठी मनोज कुमार सिंह भैया लाल यादव शिवकरण विसकर्मा फूल सिंह शंभू नाथ राजपूत अनन्त राम त्रिपाठी बड़े लाल यादव राम चंद्र दिवाकर विनोद कुमार रामलखन डी एस यादव मोती लाल यादव उमाशंकर उमाशंकर सिंह नरेंद्र सिंह जय प्रकाश श्यामलाल पाल अमर सिंह ओम प्रकाश यादव वी के सिंह आर के यादव एवं अन्य सैकड़ों पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट : कामता प्रसाद चौरसिया चीफ एडिटर कौशाम्बी टुडे न्यूज़