कौशाम्बी। भवन्स मेहता महाविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भारतीय विद्या भवन के इलाहाबाद केंद्र के एक अनुचित पत्र का जोरदार विरोध किया। उन्होंने कॉलेज गेट से संस्थापक गिरिधारी लाल मेहता की प्रतिमा तक विरोधी नारों के साथ मार्च किया।
आन्दोलनरत शिक्षकों ने कहा कि महाविद्यालय 1973 के एक्ट से संचालित होता है, न कि किसी की अवैध मनमानी और तानाशाही से। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी पत्र का संज्ञान नहीं लिया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि महाविद्यालय की वर्तमान प्रबंध समिति का कार्यकाल 31 जुलाई 2024 तक ही था। अब जबकि प्रबंध समिति वैधानिक तौर पर अस्तित्व में नहीं है, तो उसकी कोई बैठक भी अवैध होगी। महाविद्यालय के शिक्षकों ने अवैध प्रबंध समिति द्वारा बुलाई गई अवैध बैठक के बहिष्कार का निर्णय लिया। प्रदर्शन और विरोध में महाविद्यालय के समस्त शिक्षक, शिक्षणेतर कर्मचारी और तमाम छात्र-छात्राएं शामिल रहे।
रिपोर्ट :कामता प्रसाद चौरसिया